Thursday 21 April 2022

दिल्ली में बीजेपी नेता जीतू चौधरी की गोली मारकर हत्या, बदमाशों ने दागी 6 गोलियां | BCR NEWS


बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपराधी बेखौफ हो गए हैं. जिसका अंदाजा हाल ही में जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद अब गाजीपुर थाना इलाके में हुई गोलीबारी से लगाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि गाजीपुर थाना इलाके में बदमाशों ने बीजेपी के नेता जीतू चौधरी को गोलियों से भुन कर मौत के घाट उतार दिया है. मिल रही जानकारी के अनुसार बदमाशों ने बीजेपी नेता जीतू चौधरी पर 6 गोलियां दागी हैं. जीतू चौधरी बीजेपी के मयूर विहार जिले के मंत्री थे.

पुलिस सूत्रों का कहना है कि जीतू चौधरी का कंस्ट्रक्शन का व्यवसाय था. उनका किसी ठेकेदार से रुपयों को लेकर विवाद चल रहा था. माना जा रहा है कि हत्या के पीछे लेन-देन विवाद हो सकता है. मामले में 42 वर्षीय जीतू चौधरी को बुधवार रात करीब 8:15 बजे अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी. वहीं इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 

पुलिस का कहना है कि उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है और बदमाशों को पकड़ने के लिए आगे की जांच की जा रही है. पुलिस के अनुसार बताया जा रहा है कि बुधवार रात करीब  8:15 बजे गाजीपुर पुलिस स्टेशन के बीट स्टाफ ने पेट्रोलिंग के दौरान मयूर विहार इलाके में भीड़ देखी. जिसमें 42 साल के जितेंद्र उर्फ ​​जीतू चौधरी को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा गया.

बताया जा रहा है कि जीतू चौधरी पर अज्ञात हमलावरों ने गोली चलाकर घायल कर दिया था. जिसके बाद लोगों ने उन्हें निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया. वहीं अस्पताल में डॉक्टरों ने जीतू चौधरी को मृत घोषित कर दिया. फिलहाल पुलिस का कहना है कि उनकी क्राइम टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया. मौके से कुछ खाली कारतूस और अन्य महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए गए हैं. प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज की तलाश की जा रही है.

Monday 18 April 2022

Corona Update: कोरोना मामलों में अचानक उछाल, आंकड़ों ने चौंकाया | BCR NEWS


 

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में अचानक उछाल देखने को मिली है. दैनिक COVID-19 मामलों की संख्या पिछले दिन से सोमवार को लगभग दोगुनी होकर एक महीने में पहली बार 2,000 से अधिक हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केरल में महामारी से हुई मौतों की संख्या में भी उछाल आया है. 


बीते कुछ दिनों में बढ़े कोरोना के मामले


याद दिला दें कि पिछले साल देश में अप्रैल माह में ही कोरोना महामारी ने भारी तबाही मचाई थी. अप्रैल में देश वैश्विक COVID संकट के केंद्र में था. लेकिन तब से स्थिति में सुधार हुआ है और हाल ही में मास्क पहनने सहित अधिकांश सावधानियों को हटा दिया गया है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.


दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बढ़ी पाबंदियां


दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर सावधानियां बढ़ा दी गई हैं. भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य (यूपी) के कुछ जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर फिर से मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को कोरोना के 2,183 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, इस दौरान 214 कोरोना मौतें दर्ज की गई हैं. केंद्र सरकार ने बताया कि केरल ने 13 अप्रैल के बाद से कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा नहीं भेजा था. पांच दिनों के गैप के कारण मौतों का आंकड़ा इतना ज्यादा दिख रहा है. आंकड़ो में अचानक आए उछाल को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि रोजाना और सावधानीपूर्वक कोविड का आंकड़ा भेजा जाना बेहद जरूरी है. 


अब तक कोरोना से 522,000 लोगों की मौत


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना से 522,000 लोगों ने जान गंवाई है. लेकिन कई वैश्विक विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत में कोरोना से हुई मौतों की संख्या 40 लाख से ज्यादा हो सकती है. भारत सरकार इन अनुमानों को बार-बार खारिज करते आ रही है. भारत सरकार का मानना है कि छोटे देशों में मौतों का अनुमान लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गणितीय मॉडल पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है.


कई राज्यों में बढ़े कोरोना के मामले


केरल के अलावा, दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के मामलों में तीन अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है. हालांकि अस्पताल में कम मरीज भर्ती हो रहे हैं. महामारी विज्ञानी चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि लोगों को वायरस के साथ रहना सीखना होगा और अधिकारियों को उन स्कूलों को बंद नहीं करना चाहिए जो हाल ही में खोले गए थे.

Sunday 10 April 2022

Delhi: JNU में एक बार फिर लेफ्ट विंग और ABVP के छात्रों के बीच हिंसक झड़प | BCR NEWS


बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली:
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार देर शाम एक बार फिर लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों के बीच झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि इस हिंसक झड़प में कुछ छात्र घायल हुए हैं. JNU छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष के मुताबिक, जेएनयू में हिंसक झड़प हुई, जिसमें कुछ छात्र घायल हुए हैं. उधर, बवाल के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समर्थक JNU का मेन पर नारेबाजी करते हुए पहुंच गए जिसके बाद मेन गेट बंद किया गया है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली पुलिस के डीसीपी का कहना है कि फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है, दोनों छात्र पक्ष शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं. शिकायत मिलने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी

इससे पहले भी शाम को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और लेफ्ट विंग के छात्र आपस में भिड़ गए थे. जेएनयू कैंपस में रविवार शाम को हुई झड़प को लेकर वामपंथी छात्रों (Left wing students) ने आरोप लगाया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने उन्हें नॉन वेज फूड खाने से रोका. लेफ्ट विंग के छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल के मेस सचिव से मारपीट भी की.

लेफ्ट विंग के छात्रों ने एबीवीपी छात्रों पर जेएनयू परिसर में गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए छात्रों को एकजुट होने का आह्वान किया. उधर, एबीवीपी का आरोप है कि लेफ्ट विंग के छात्र कावेरी हॉस्टल में रामनवमी की पूजा नहीं करने दे रहे हैं.


ABVP की जनरल सेक्रेटरी निधि त्रिपाठी ने किया ट्वीट


वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जनरल सेक्रेटरी निधि त्रिपाठी ने एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि JNU कावेरी छात्रावास में मेस के अंदर एक ओर इफ्तार पार्टी हो रही है और दूसरी तरफ बाहर राम जन्मोत्सव पर हवन, पर हमेशा समाज को तोड़ने वाले वामपंथियों से ये देखा नहीं जा रहा है और हमेशा की तरह आज भी झूठ का सहारा लेकर राम कार्य में विघ्न ड़ाल रहे हैं.


फूड कॉन्ट्रोवर्सी पर यूनिवर्सिटी की ओर से जारी किया गया नोटिस


उधर, इस फूड कॉन्ट्रोवर्सी पर यूनिवर्सिटी की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है. यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया है कि जेएनयू कैंपस के मेस में किसी भी धर्म के लिए खाने-पीने के लिए कोई पाबंदी नहीं है. यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई मनाही नहीं है. चाहे रमजान हो या रामनवमी... हर कोई इसे अपने तरीके से मना सकता है. साथ ही यह भी कहा गया है कि किसी के भी पहनावे पर, खाने पर और आस्था पर रोक टोक नहीं कर सकते हैं. सभी लोग अपने हिसाब से अपने धर्म का पालन करते हैं. मेस स्टूडेंट कमेटी चलाती है और मेन्यू वही तय करते हैं.

फिलहाल के लिए कार्रवाई यही की गई है कि वार्डन ने नोटिस जारी करके इस बात को साफ कर दिया है कि हर व्यक्ति अपनी आस्था के मुताबिक पूजा कर सकता है, अपने धर्म का पालन कर सकता है, इसमें यूनिवर्सिटी की तरफ से कोई मनाही नहीं है।


लेफ्ट का आरोप- छात्रों को भोजन के अधिकार से वंचित किया जा रहा


जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की ओर से कहा गया है कि एबीवीपी के गुंडों ने अपनी नफरत की राजनीति और विभाजनकारी एजेंडे को लेकर कावेरी हॉस्टल में हिंसक माहौल बना दिया है. वे मेस कमेटी को रात के खाने के मेनू को बदलने के लिए मजबूर कर रहे हैं और मेस से जुड़े लोगों के साथ लेफ्ट विंग के छात्रों पर हमला कर रहे हैं. मेनू में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के फूड हैंं. छात्र अपनी पसंद के मुताबिक कोई भी खाना ले सकते हैं. लेकिन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी कर हंगामा किया. साथ ही मेस के कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मेस के कर्मचारियों से नॉनवेज फूड नहीं बनाने का दबाव डाला. 


जेएनयू में आधिपत्य जमाने की राजनीति कर रही एबीवीपी


स्टूडेंट यूनियन की ओर से कहा गया है कि जेएनयू और उसके हॉस्टल सभी के लिए एक जैसा है. यहां रह रहे छात्र अलग-अलग इलाकों से होते हैं और उनकी संस्कृति, खान-पान भी अलग-अलग होता है, जिनका सम्मान किया जाना चाहिए. आरोप लगाया गया कि एबीवीपी का यह कदम जेएनयू जैसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष स्थानों पर आधिपत्य जमाने की उनकी राजनीति और दक्षिणपंथी हिंदुत्व नीतियों को दर्शाता है.

स्टूडेंट यूनियन ने कहा कि जेएनयू के छात्र इस तरह की विभाजनकारी चालों के आगे नहीं झुकेंगे और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ लड़ना जारी रखेंगे. जेएनयू स्टूडेंट यूनियन छात्रों से सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट होने की अपील करता है. ऐसी किसी भी विभाजनकारी शक्तियों का डटकर मुकाबला किया जाना चाहिए और जेएनयू समुदाय को एकजुट होकर दोहराना चाहिए कि ऐसे किसी भी कृत्य के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होगा. 


जिहादी को जन्नत में हूरें मिलेंगीं, वहां बीवी का क्या काम: ATS से बोला मुर्तजा- अल्लाह के घर जाना है तो सब छोड़ना होगा | BCR NEWS

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाला मुर्तजा अब्बासी अब तक पहेली बना हुआ है। मुर्तजा के पिता उसे दिमागी तौर पर बीमार साबित करने में लगे हैं, लेकिन ATS को लग रहा है कि वह बेहद शातिर है। आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग करने वाले मुर्तजा से वारदात के 8 दिन बाद रविवार को NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) पूछताछ करेगी। NIA के तीन अफसरों की टीम शनिवार को लखनऊ पहुंच चुकी है।

ATS की अब तक की पूछताछ में मुर्तजा ने जितने भी सवालों के जवाब दिए हैं, उससे लग रहा है कि वह झूठ नहीं बोल रहा है। इससे ATS को किसी अंतिम निर्णय तक पहुंचने में मुश्किल आ रही है।

सिर्फ अल्लाह की सुनिए, जन्नत मिलेगी
सूत्र बताते हैं कि जब मुर्तजा से शादी और फिर तलाक के बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा- अल्लाह के घर में यानी कि जन्नत में बहुत सारी हूरें मिलेंगीं। वहां बीवी का क्या काम? अल्लाह के घर जाना है तो सबको छोड़ना होगा। मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ गोरखपुर आना, फिर परिवार और समाज में किसी से मतलब नहीं रखना और कमरे में अकेले रहने के सवालों पर मुर्तजा तपाक से बोला कि अल्लाह के घर में सिर्फ अल्लाह की सुनिए...अल्लाह से मतलब रखिए और अल्लाह के ही बताए रास्तों पर चलिए, फिर जन्नत मिलेगी।


पुलिस की गिरफ्त में गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला मुर्तजा। फाइल

मुर्तजा के बड़े पिता लखनऊ तलब, ATS को ईमेल कर बोले- मैं बुजुर्ग हूं, नहीं आ सकता
मुर्तजा के बड़े पिता और नामी डॉक्टर केए अब्बासी को पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए ATS ने लखनऊ तलब किया, लेकिन वह नहीं गए। उन्होंने ATS मुख्यालय को ईमेल भेजकर नोटिस का जवाब दिया है। धारा-160 CRPC का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। ऐसे में वे लखनऊ जाकर बयान दर्ज कराने में असमर्थ हैं। इसके बाद वह अपना बयान दर्ज कराने गोरखपुर स्थित ATS दफ्तर पहुंचे, लेकिन यहां संबंधित अधिकारी के नहीं होने से फिलहाल उनका बयान दर्ज नहीं हो सका है।


परत- दर-परत खोलने में जुटी ATS

हालांकि ATS टीम लगातार इस मामले की परत-दर-परत खोलकर मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है। यही वजह है कि PGI और KGMU जैसी संस्थाओं के डॉक्टरों के पैनल बोर्ड से ATS मुर्तजा का मेडिकल चेकअप कराने की भी तैयारी कर रही है, ताकि यह साफ हो सके कि इतनी बड़ी वारदात और उसके जेहन में भरे जहर की असल वजह क्या है? फिलहाल ATS उसके बैंक खातों को ब्लॉक कराकर उसके सभी ट्रांजैक्शन खंगाल रही है।

विदेश में इस्लामिक संस्थाओं को भेजता था पैसे
मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे हर रोज इस केस में नए खुलासे हो रहे हैं। मुर्तजा के बैंक ट्रांजैक्शन भी सामने आए हैं। दावा किया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने जून 2021 में क्रेडिट कार्ड से मुर्तजा द्वारा किए गए ट्रांजैक्शन को ट्रैक किया है। इसमें पता चला है कि मुर्तजा कई इस्लामिक संस्थाओं को पे-पाल ऐप के जरिए विदेश में पैसे भेजता था।

जून 2021 में उसके क्रेडिट कार्ड से एक के बाद एक कई ट्रांजैक्शन किए जाने की बात सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों को कई इस्लामिक संस्थाओं में 22000, 700, 16594, 16622 और 22907 रुपए के ट्रांजैक्शन का ब्योरा मिला है। उसने बीते 4 से 5 महीने में शमीउल्लाह नाम के व्यक्ति के खाते में कई बार हजारों रुपए भेजे थे।

मुर्तजा ने जिहाद की ली थी ऑनलाइन शपथ
मुर्तजा के पैसे ICICI, फेडरल और HDFC बैंकों के तीन खातों में थे। उसके पास ICICI बैंक का भी एक क्रेडिट कार्ड था। यही नहीं, इससे पहले मुर्तजा के पास से जानकारी मिली थी कि वह सीरिया की एक युवती के साथ संपर्क में था। कई बार उसने अपनी महिला मित्र को ऑनलाइन पैसा भी ट्रांसफर किया और जिहाद की ऑनलाइन शपथ भी ली थी।

महाराजगंज से पकड़ा गया मुर्तजा का एक परिचित
ATS ने महाराजगंज से उसके एक परिचित को भी पकड़ा है। नेपाल से लौटने के बाद मुर्तजा इसी शख्स से मिला था। संभल के मियां सराय के रहने वाले मुर्तजा के परिचित की तलाश भी ATS को है।
माना जा रहा है कि मुर्तजा के पूरे नेटवर्क और उसके विदेशी कनेक्शन तक पहुंचने के लिए NIA इस केस को टेकओवर कर सकती है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

Maiya Aayi Tere Dware | मैया आई तेरे द्वारे | Live Kirtan by Madhu Gupta & Party on BCR NEWS

 


'बूढ़ी' का टैग देने वालों पर बेबो ने किया वार, दूसरे बच्चे के बाद करीना कपूर खान ने दिखाया सबसे बोल्ड अवतार | BCR NEWS

करीना कपूर खान की तस्वीरों से नहीं हट रही किसी की नजर

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर खान ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी ताजा तस्वीरें शेयर कर खलबली मचा दी है। इन तस्वीरों में अदाकारा बेहद खूबसूरत और फिट फॉर्म में नजर आ रही हैं। यहां देखें अदाकारा की ताजा तस्वीरें।


दूसरे च्चे के बाद भी नहीं कम हुआ करीना कपूर खान का स्वैग

बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री करीना कपूर खान अपनी खूबसूरती और स्टाइल की वजह से अक्सर ही सुर्खियों में रहती हैं। अदाकारा ने हाल ही में अपनी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। जिसमें वो काले रंग की ड्रेस में गजब ढा रही हैं। इन तस्वीरों को देखने के बाद तो बेबो को ट्रोल करने वाले ट्रोल्स की भी बोलती बंद हो जाने वाली है। इन तस्वीरों में अदाकारा बेहद खूबसूरत और फिट नजर आ रही हैं। यहां देखें करीना कपूर खान की ताजा तस्वीरें।

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करीना कपूर खान ने ऑल ब्लैक अवतार में ढाया कहर

करीना कपूर खान ने ऑल ब्लैक अवतार में ढाया कहर

हाल ही में अदाकारा ने ऑल ब्लैक ड्रेस पहनी थी। जिसे पहनकर करीना कपूर खान ने एक इवेंट में हिस्सा लिया। यहीं एक्ट्रेस ने ये फोटोशूट करवाया जो इस वक्त चर्चा में है। 

'ये कौन है जिसने मुझे पलट कर नहीं देखा '

'ये कौन है जिसने मुझे पलट कर नहीं देखा '

करीना कपूर खान की ये तस्वीरें देखकर बेबो के फैंस को जरूर उनकी फिल्म के3जी के इस डायलॉग की याद आ जाने वाली है।


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करीना कपूर खान का स्वैग देख खुला रह गया ट्रोल्स का जबड़ा

करीना कपूर खान का स्वैग देख खुला रह गया ट्रोल्स का जबड़ा

करीना कपूर खान का ये स्वैग देखने के बाद उन्हें ट्रोल करने वालों की भी बोलती बंद हो गई है। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर हर तरफ छाई हुई हैं। 

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'बूढ़ी' का टैग देने वालों की करीना कपूर खान ने की बोलती बंद

'बूढ़ी' का टैग देने वालों की करीना कपूर खान ने की बोलती बंद

इन तस्वीरों को देखने के बाद तो आप भी यही कहेंगे कि अदाकारा ने उन्हें 'बूढ़ी' का टैग देने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

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दूसरे बच्चे के बाद करीना कपूर खान ने फिर पाया परफेक्ट फिगर

दूसरे बच्चे के बाद करीना कपूर खान ने फिर पाया परफेक्ट फिगर

अदाकारा हाल ही में दूसरे बच्चे की मां बनी हैं। अदाकारा ने अपने बेटे जेह अली खान के जन्म के बाद तुरंत कसरत कर अपना कई किलो वजन घटाया और एक बार फिर वो खूबसूरत फिगर की मालकिन बन गई हैं।

11th BCR GLOBAL ICONIC AWARD 2022 organized by BCR is going to be held on 14th May 2022 in Mumbai

 

11th BCR GLOBAL ICONIC AWARD 2022 organized by BCR is going to be held on 14th

 May 2022 in Mumbai




देह व्यापार में रंगे हाथ पकड़ी गईं साउथ की ये एक्ट्रेसेस, पैसों के लिए बेच दी लाज शर्म | BCR NEWS

 

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: तमिल सिनेमा की तमाम अभिनेत्रियों का नाम देह व्यापार में आ चुका है। यहां पर उन तमिल अभिनेत्रियों के नाम हैं जो सेक्स स्कैंडल रंगे हाथ पकड़ी गई थीं।तमिल एक्ट्रेसेस के सेक्स स्कैंडल्स ने चौंकाया

तमिल एक्ट्रेसेस के सेक्स स्कैंडल्स ने चौंकाया

सिनेमा की दुनिया आए दिन तमाम खबरें आती रहती हैं। इन खबरों में अच्छी और खराब हर तरह की खबरें शामिल होती हैं। लेकिन हम आपको एक खबर बताने जा रहे हैं जो आपको हैरान कर देगी। दरअसल, इस खबर में उन तमिल अभिनेत्रियों के नाम हैं जो सेक्स स्कैंडल रंगे हाथ पकड़ी गई थीं। यहां पर देखें उन एक्ट्रेसेस की पूरी लिस्ट...

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भुवनेश्वरी

भुवनेश्वरी

एक्ट्रेस भुवनेश्वरी को चेन्नई पुलिस ने साल 2009 में चार लोगों के साथ प्रॉस्टिट्यूट रैकेट में कथित रूप में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। भुवनेश्वरी कथित तौर पर एक वेश्यालय के कामकाज की देखरेख कर रही थी।

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विनीता

विनीता

एक्ट्रेस विनीता को साल 2002 वेश्यावृत्ति के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन दो साल बाद उनके खिलाफ सभी आरोप हटा लिए गए थे। साल 2008 में कमबैक करने से पहले विनीता ने मानसिक दर्द का हवाला देते हुए फिल्मों से ब्रेक ले लिया।


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कैरोलीन मारिया आसन

कैरोलीन मारिया आसन

एक्ट्रेस कैरोलीन मारिया आसन को साल 2012 में पुणे के विमल नगर के फाइव स्टार होटल से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कैरोलीन मारिया आसन एक सेक्स रैकेट में शामिल थीं जो होटल से चलाया जा रहा था।

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रंजीता

रंजीता

एक्ट्रेस रंजीता का नाम उस समय सुर्खियों में आ गया जब स्वामी नित्यानंद के साथ एक सेक्स स्कैंडल में उनकी कथित संलिप्तता की खबरें आई थीं। रंजीता ने बादा में झूठी रिपोर्टिंग और बदनाम की शिकायत दर्ज कराई थी।

Wednesday 6 April 2022

बेहद हॉट है रवीना टंडन की बेटी राशा

बीसीआर न्यूज़/मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी सोशल मीडिया पर अपनी खूबसूरती के चलते सभी का मन कोह रही हैं. राशा उन चुनिंदा स्टारकिड्स में से एक हैं जिनकी पॉपुलैरिटी इंस्टाग्राम पर तेजी से बढ़ रही है और फैंस के ध्यान आकर्षित कर रही है. राशा ने सोशल मीडिया पर हाल ही में अपनी ये बेहद खूबसूरत फोटोज साझा की है.




सलमान खान को पत्रकार से दुर्व्यवहार मामले में कोर्ट ने भेजा समन

 बीसीआर न्यूज़/मुंबई: बॉलीवुड एक्टर सलमान खान का विवादों के साथ पुराना नाता रहा है। एक बार फिर से वह कानूनी पचड़े में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। बीते कई साल से उनका नाम अलग-अलग केस से जुड़ा है। अब एक और नया मामला सामने आया है जिसकी वजह से सलमान खान को फिर से कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं। सलमान खान और उनके बॉडीगार्ड के खिलाफ एक पत्रकार ने चार साल पहले शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके साथ पहले दुर्व्यवहार किया गया और फिर धमकी भी दी गई। मुंबई की अंधेरी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने अब इसी मामले को लेकर सलमान खान के खिलाफ समन भेजा है। समन के मुताबिक सलमान खान को 5 अप्रैल 2022 के दिन कोर्ट में पेश होना है। 

क्या है पूरा मामला?

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पत्रकार अशोक पांडे ने साल 2019 में सलमान खान और उनके बॉडीगार्ड के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में अशोक पांडे की ओर से कहा गया कि साल 2019 में वह अपने कैमरामैन के साथ कहीं जा रहे थे और रास्ते में ही उन्हें साइकिल चलाते हुए सलमान खान नजर आए। एक्टर के दोनों बॉडीगार्ड से अनुमति लेने के बाद अशोक उनका वीडियो रिकॉर्ड करने लगे। जैसे ही सलमान खान को इस बात की भनक लगी तो वह इस बात का विरोध करने लगे। इसके बाद सलमान खान के बॉडीगार्ड ने उन पर हाथ भी उठाया। इतना ही नहीं अशोक ने अपनी शिकायत में यह बात भी साफ की है कि खुद सलमान खान ने भी उनके साथ मारपीट की और उनका फोन छीनने के बाद धमकी भी दी।


सलमान खान को हाल ही में काला हिरण शिकार मामले में कोर्ट से राहत मिली है। 23 साल पुराने इस केस को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट की ओर से सलमान खान की याचिका मंजूर कर ली गई है। दरअसल सलमान खान ने इस मामले में ट्रांसफर से जुड़ी याचिका दी थी। अब निचली अदालत की बजाय इस केस की सुनवाई हाईकोर्ट में ही होगी। 

इन फिल्मों में नजर आएंगे सलमान 

वर्कफ्रंट की बात करें तो जल्द ही सलमान खान फिल्म टाइगर 3 में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में उनके अपोजिट कटरीना कैफ नजर आएंगी। फिल्म कभी ईद कभी दीवाली में भी सलमान खान हैं। इस फिल्म में पूजा हेगड़े बतौर लीड एक्ट्रेस नजर आएंगी। शाहरुख खान की फिल्म पठान में सलमान खान कैमियो करते हुए नजर आएंगे। साथ ही चिरंजीवी की मच अवेटेड फिल्म गॉड फादर में भी सलमान खान अहम रोल में नजर आएंगे। बजरंगी भाईजान और किक के दूसरे पार्ट में भी सलमान खान काम कर रहे हैं।

मुंबई में मिला कोरोना का पहला XE वेरिएंट? प्लीज डरिए मत, पढ़िए WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या विश्वनाथ का एक्सपर्ट व्यू

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं और काफी कुछ पहले जैसा हो गया है। इस बीच बुधवार को मुंबई में कोरोना के नए वेरिएंट(Corona New Variant XE) ने दस्तक दी है। बीएमसी की ओर से कहा गया है कि कोरोना के XE वेरिएंट से संक्रमित मरीज की पहचान हुई है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। कोरोना का जब भी कोई नया वेरिएंट सामने आता है इसको लेकर ढेर सारे सवाल मन में आते हैं कि क्या मामले बढ़ेगे। कितना संक्रामक होगा नया वेरिएंट ऐसे कई सवाल। हालांकि नए वेरिएंट को लेकर WHO की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन (WHO Chief Scientist Soumya Swaminathan) ने जो बात कही है वह भारत के लिहाज से काफी राहत भरी खबर है। उन्होंने कहा है कि एक्सई वेरिएंट डेल्टा जितना प्रभावी नहीं होगा।

भारत में नए वेरिएंट को लेकर घबराने की जरूरत नहीं

WHO की मुख्य वैज्ञानिक डॉ.सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि कोरोना के XE वेरिएंट का भारत में डेल्टा जैसा प्रभाव होने की संभावना नहीं है। भारत में अधिकांश लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। नए वेरिएंट को लेकर प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर कहा जा रहा है कि यह दूसरे वेरिएंट से 10% अधिक संक्रामक है। यानी इसके फैलने की दर अधिक है। डॉ.सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि हम अभी भी एक्सई वेरिएंट का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं और अधिक जानकारी आ रही है। अब तक, घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह अधिक गंभीर बीमारी का कारण नहीं बन रहा। जिसको वैक्सीन लगी है उसमें शुरुआती कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।


टॉप हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि XE वेरिएंट भारत के लिए उतना गंभीर मसला नहीं है। वायरोलॉजिस्ट डॉ शाहिद जमील का कहना है कि सभी भारतीयों में SARS-CoV2 के इन सब-वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी हैं, मुझे लगता नहीं कि इससे भारत में कोई फर्क पड़ेगा। यूके हेल्थ एजेंसी के मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुसान हॉपकिंस के अनुसार, कोरोना वायरस के अन्य वेरिएंट के साथ जुड़कर बन रहे इस तरह के वेरिएंट बहुत ज्यादा घातक नहीं होते हैं और जल्दी मर जाते हैं।

कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक

ओमीक्रोन के दो सबवेरिएंट BA1 और BA2 का रीकॉम्बिनेंट तैयार हुआ है, जिसे XE कहा जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि कोई कॉम्बिनेशन तब तैयार होता है, जब कोई व्यक्ति एक से अधिक प्रकार से संक्रमित हो जाता है। अब तक 700 के करीब मामले मिले हैं। यह वायरस यूके में पाया गया है। इनमें से सबसे पहला नमूना 19 जनवरी 2022 है को मिला था।

एशिया और यूरोप के कई देशों को कोरोना की चौथी लहर का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा बुरे हालात साउथ कोरिया के हैं, जहां रोजाना काफी संख्या में नए मामले देखने को मिल रहे हैं। चीन में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां कई शहरों में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है। ऐसे समय में इस घातक वायरस ने चिंता पैदा कर दी है। हालांकि भारत के लिए फिलहाल कोई चिंता की बात नहीं है।


‘चेशियर होम इंडिया‘ दिल्ली पर करोड़ों का डोनेशन गमन करने का आरोप

बीसीआर न्यूज/दिल्लीः मेजर जर्नल वीरेंद्र सिंह के द्वारा संचालित ‘चेशियर होम इंडिया‘ दिल्ली के सर्व प्रिय विहार दिल्ली में पिछले पचास सालों से गैर सरकारी संस्था चला रहे है, यहां पर सेवा करने वाले अपने परिवार सहित रहते आ रहे है, आज भी परिवार यहां सेवा कर रहे है, उनके बच्चे जवान हो गए यहीं पड़ते-लिखते रहे, कई परिवारों के बुजुर्ग आज नही है लेकिन उनके बच्चे आज अपने हक के लिए मेजर विरेंद से कई दिनों से अपने हक मांग रहे हैं, उनका आरोप है कि मेजर साहब हमारा ख्याल नही रखते, यहां दिव्यांग, बुजुर्ग, बीमार, बेसहारा लोग रहते है, उनके नाम पर संस्था करोड़ो का डोनेशन लेती है, हम भी यहां उनकी सेवा कर रहे हैं, परंतु हमे हमारा पूरा मानदंड नही मिलता न कोई सुविधा मिलती है। 



हम सब बहुत ही मजबूर हैं। ये कहना है मेजर जर्नल वीरेंद्र सिंह के द्वारा संचालित ‘चेशियर होम इंडिया‘ दिल्ली का। यहाँ पर कार्यरत सभी परिवारों द्वारा मीडिया के माध्यम से गुहार लगायी है ताकि इन्साफ मिल सके। समाज सेवक अमित जुनेजा के मुताबिक ये परिवार बहुत ही परेशान है इनको इनका हक मिलना चाहिए।


कश्मीरी पंडित संजय सूरी ने झेला है नरसंहार का दर्द, आतंकियों ने ली पिता की जान, करना पड़ा था पलायन

 

बीसीआर न्यूज़/दिल्ली: बॉलिवुड ऐक्टर और प्रड्यूसर संजय सूरी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने स्टार हैं। उन्होंने 1999 में 'प्यार में कभी कभी' फिल्म से ऐक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने कई फिल्मों में सपोर्टिंव रोल्स निभाए, लेकिन उन्हें 2003 में रिलीज हुई 'झनकार बीट्स' ने पहचान दिलाई। वो दशकों से बॉलिवुड में अपना योगदान दे रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि संजय सूरी कश्मीरी पंडित हैं और उन्होंने व उनके परिवार ने 90 के दशक में कश्मीर में हुए नरसंहार का दर्द झेला है! क्या आप जानते हैं कि आंतकियों ने ऐक्टर के पिता की जान ले ली थी और उनकी फैमिली को मजबूरन पलायन करना पड़ा था! उन्होंने कई काली रातें जम्मू के रिफ्यूजी कैंप में भी काटी है। उनके रुपहले सफर के बारे में तो सभी जानते होंगे, लेकिन आइये अब उनकी जिंदगी के संघर्ष पर एक नजर डालते हैं।

संजय सूरी का जन्म 6 अप्रैल 1971 को श्रीनगर, कश्मीर में हुआ था। उन्होंने वहां की खूबसूरत वादियों में अपनी जिंदगी के 19 साल बिताए हैं। वो वहीं के स्कूल में पढ़ाई करते थे और उन्हें स्क्वॉश टीम के शानदार प्लेयर थे।

संजय सूरी की लाइफ में सबकुछ ठीक चल रहा था, लेकिन 90 के दशक में उनके पिता की आतंकी हमले में जान चली गई। इसके बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। उनके परिवार ने घाटी में हुई बर्बरता को करीब से देखा। इसके बाद उन्हें पलायन करना पड़ा और मजबूरन जम्मू के रिफ्यूजी कैंप में पनाह ली। इसके बाद सभी दिल्ली शिफ्ट हो गए।

संजय सूरी 90s में ही दिल्ली आ गए थे, जहां उन्होंने मॉडलिंग करना शुरू कर दी। उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के लिए मॉडलिंग की है। हालांकि, संजय ने लंबे समय तक संघर्ष किया और करीब 9 साल बाद उन्होंने बॉलिवुड में काम मिला। हालांकि, उनकी पहली फिल्म फ्लॉप रही, लेकिन उनकी ऐक्टिंग को सराहा गया।

संजय सूरी ने 'दमन', 'फिलहाल', 'दिल विल प्यार व्यार', 'पिंजर' जैसी फिल्मों में काम किया है। ये कह सकते हैं कि उन्होंने भले ही फिल्में कम की हैं, लेकिन उनकी दमदार ऐक्टिंग ने सभी का दिल जीता है। ऐक्टिंग के अलावा संजय सूरी ने प्रोडक्शन में भी अपना हाथ आजमाया है।

संजय ने फिल्मों के अलावा वेब सीरीज में भी काम किया है। वो 'इनसाइड एज', 'लैला', 'मेंटलहुड' सहित कई शोज में काम कर चुके हैं।

पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने अंबिका से शादी की थी और उनके दो बच्चे हैं।