Monday 30 June 2014

गायक नकाश अज़ीज़ का सपना पूरा हुआ

गायक नकाश अज़ीज़ का सपना पूरा हुआ
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-अजय शास्त्री- 
संपादक- "बॉलीवुड सिने रिपोर्टर"
Email: editorbcr@gmail.com
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बीसीआर (मुंबई) यूं तो गायक नकाश अज़ीज़ ने कई गीत गाये हैं लेकिन उनका सबसे बड़ा गीत हिट हुआ “साड़ी के फाल सा” फ़िल्म आर राजकुमार का. ऐसा ही हिट गीत “दिल बेक़सूर है” गाया है उन्होंने फ़िल्म “लेकर हम दीवाना दिल” में. जल्दी ही रिलीज़ होने वाली इस फ़िल्म में संगीत दिया है नकाश के आदर्श संगीतकार ए आर रहमान ने. “दिल बेक़सूर है” गीत को नकाश ने बिलकुल ही अलग अंदाज़ में गाया है. यह रोमांटिक गीत उनके पिछले गीतों से बिलकुल ही अलग है लेकिन बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में गाया है नकाश ने इसे. पिछले दिनों नकाश व "बॉलीवुड सिने रिपोर्टर" के संपादक अजय शास्त्री की मुलाकात हुई, पेश हैं कुछ मुख्य अंश ---

अजय शास्त्री : “दिल बेक़सूर है” के बारे में बताइए ?  
नकाश : रोमांटिक गीत है, मैंने और श्वेता पंडित ने गाया है. अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखा है और रहमान सर का संगीत है. निर्देशक आरिफ अली की फिल्म के इस गीत को श्रोता पसंद कर रहे हैं.
अजय शास्त्री : यह गीत आपके पिछले गीतों से काफी अलग है. क्या कोई खास वजह ?
नकाश : वजह यही कि मैं सभी तरह के गीत गाना चाहता हूँ.
अजय शास्त्री : कैसा रहा रहमान के साथ काम करने का अनुभव ? 
नकाश : उनके साथ काम करना हमेशा ही अच्छा रहता है. वैसे तो मैंने पहले भी उनके साथ काम किया है लेकिन पहली बार मैंने उनके साथ रोमांटिक गीत गाया है. उनके साथ काम करके मेरा सपना पूरा हो रहा है. 
अजय शास्त्री : कैसा रिस्पोंस मिल रहा है आपके श्रोताओं का इस गीत को लेकर ?
नकाश : पसंद कर रहे हैं श्रोता, अच्छा लग रहा है मुझे भी. क्योंकि पहले मैंने धतिंग नाच, गन्दी बात जैसे मस्ती और छेडछाड से भरपूर गीतों को गाया था. 
अजय शास्त्री : कैसा लगता है आज जब आप इतने लोकप्रिय हो रहे हैं सुनने वालों के बीच ?
नकाश : बहुत मेहन त लगी है यहाँ तक पंहुचने में और इस सबके पीछे मेरी माँ और पापा का बहुत बड़ा हाथ है उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया. मेरे हर कदम पर वो मेरे साथ रहे. बचपन में हर प्रतियोगिता में मेरी मम्मी मेरे साथ जाती थी चाहे कितनी भी दूर जाना हो. मेरी पिताजी बैंक में है उन्होंने भी मुझे वो सब उपलब्ध कराया जो मुझे चाहिए था.
अजय शास्त्री : आपको सबसे इंजॉय कहाँ करते हैं रिकॉर्डिंग में या स्टेज पर ? 
नकाश : दोंनो ही जगह अपना अलग मज़ा है लेकिन सबसे अच्छा लगता है अपने चाहने वालों के सामने. उनके सामने परफोर्म करने में एक नशा सा आ जाता है. आपकी गायकी कैसी है स्टेज पर आपको तुरंत रिज़ल्ट मिल जाता है. 
अजय शास्त्री : पिछला साल तो आपका बहुत अच्छा गया आपका साड़ी के फॉल,  गन्दी बात और धतिंग नाच जैसे गाने लोकप्रिय हुए अब नया क्या है ? 
नकाश : हाँ अच्छा रहा पिछला साल, मैंने ३ हिट गीत दिये और अपने प्रिय क्रिकेट खिलाड़ी सचिन के लिए भी “सचिन एंथम” भी गाया. अभी तो ‘दिल बेक़सूर है’ इसके अलावा कई गीत हैं जैसे - जैसे रिलीज़ होंगे मैं बताऊंगा.
अजय शास्त्री : आपने प्रीतम के साथ जो भी गीत गाये हैं लगभग सभी शरारत वाले हैं जबकि रहमान के साथ जो गाये हैं वो सादगी वाले कैसे ?
नकाश : हाँ क्योंकि जब मैं प्रीतम दा के साथ होता हूँ तो हम सभी बहुत शैतानी करते हैं इसलिए उनके साथ मुझे गीत भी वैसे ही मिलते हैं और रहमान सर बहुत ही शांत स्वभाव के हैं तो मुझे भी वैसा ही रहना पड़ता है. तो गाने भी वैसे ही मिलते हैं गाने के लिए. यानि स्वभाव के हिसाब से ही मुझे गाने मिले गाने के लिए.     
अजय शास्त्री : आपके लिए शाहिद कपूर और शाहिद के लिए आप लकी रहे हैं . क्या कोई और गाना गाया आपने उनके लिए ?
नकाश : हाँ ऐसा कह सकते हैं क्योंकि शाहिद के लिए मैंने आर राजकुमार और फटा पोस्टर निकला हीरो के लिए गीत गाये जो कि सुपर हिट रहे. अभी तो नही गाया मैंने उनके लिए कोई गीत लेकिन गाना चाहता हूँ.  

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