Sunday, 2 November 2014
माॅरीशस में प्रतिनिधि करेंगे कुलदीप
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अजय शास्त्री (संपादक)
बॉलीवुड सिने रिपोर्टर
Email: editorbcr@gmail.com
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बीसीआर (मुंबई) समाजसेवी व भोजपुरी पंचायत के संपादक कुलदीप श्रीवास्तवा माॅरीशस में भोजपुरी समाज और भाषा का प्रतिनिधितव करेंगे। वह माॅरीशस सरकार द्वारा आयोजित गिरमिटिया मजदूरों के आगमन के 180 वर्ष पूर्ण होने के स्मरणोत्सव कार्यक्रम के तहत 30 अक्टूबर से पांच नवंबर तक माॅरीशस में होने वाले भोजपुरी महोत्सव में शामिल होंगे। भोजपुरी भाषा, लेखन एवं पत्रकारिता में कुलदीप श्रीवस्तव के योगदान को देखते हुए माॅरीशस सरकार ने एक फिर कुलदीप को माॅरीशस आने का नेवता दिया है. कुलदीप सरकारी अतिथि होंगे. ज्ञात हो कि जून 2012 में भी कुलदीप माॅरीशस गये थे जहाँ उनको सम्मानित किया गया था.
तीन दिवसीय ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल का पोस्टर जारी किया
तीन दिवसीय ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल का पोस्टर जारी किया
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अजय शास्त्री (संपादक) बॉलीवुड सिने रिपोर्टर
Email: editorbcr@gmail.com
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बीसीआर (नोएडा) मारवाह स्टूडियो में पत्रकारों के साथ दिवाली मिलन का आयोजन किया गया जिसमे संदीप मारवाह ने नवंबर में होने वाले तीन दिवसीय ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल का पोस्टर जारी किया।
बीसीआर (नोएडा) मारवाह स्टूडियो में पत्रकारों के साथ दिवाली मिलन का आयोजन किया गया जिसमे संदीप मारवाह ने नवंबर में होने वाले तीन दिवसीय ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल का पोस्टर जारी किया।
प्रकृति के रंग अनमोल है - प्रो॰ तलत अहमद
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अजय शास्त्री
(संपादक) बॉलीवुड सिने रिपोर्टर
Email: editorbcr@gmail.com
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बीसीआर (आफ़ाक़ खान समीर/नई दिल्ली) प्रकृति के रंग अनमोल होते हैं जिनको एक कैनवस पर उतारना अपने आप में एक बहुत बड़ी कला है। हम प्रकृति का एक हिस्सा हैं और हमें इसके बारे में विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि प्रकृति हमारी आत्मा के बहुत करीब है यह कहना है जामिया मिलिया इस्लामिया के वाईस चांसलर प्रो॰ तलत अहमद का जिन्होंने सिम्मी मुर्तज़ा की प्रकृति को समर्पित पेंटिग प्रदर्षनी सैक्रड के शुभांरभ के अवसर पर।
इस अवसर पर सिम्मी मुर्तज़ा ने कहा कि प्रकृति मानव जाति के लिए ईष्वर का दिया हुआ सबसे बड़ा उपहार है। आप जब भी प्रकृति के करीब जाते हैं तो आपको एक अलग ही सूकून मिलता है और मेरी इन पेटिंग्स के जरिए यही कोशिश है कि लोगों को प्रकृति के करीब ला सकूं। सिम्मी ने आजकल पहाड़ो पर बनते हुए कंक्रीट के
जंगल पर चिंता जताते हुए कहा कि अगर यही हाल रहा तो हम प्राकृतिक सुंदरता को खो देंगे।
क्रियेटिव डायरेक्टर सुनील पराशर ने कहा कि सिम्मी मुर्तज़ा एक ऐसी कलाकार हैं जिन्हें प्रकृति से बहुत प्यार है और यह उनकी पेटिंग्स में नजर आता है और यह उनकी बहुत अच्छी कोशिश है लोगों को प्रकृति से जोड़ने ।
इस अवसर पर जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो॰, लेक्चरार व कला प्रेमियों ने उपस्थित होकर उनका हौसला बढ़ाया। यह प्रदर्शनी 10 दिन तक ललित कला अकादमी में चलेगी।
नेपाल की तराई से भोजपुरी सिनेजगत तक : "परदेशी शाह"
नेपाल की तराई से भोजपुरी सिनेजगत तक : "परदेशी शाह"
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अजय शास्त्री (संपादक)
बॉलीवुड सिने रिपोर्टर
Email: editobcr@gmail.com
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बीसीआर (रामचन्द्र यादव/मुंबई) नेपाल के चर्चित अभिनेता परदेशी शाह अब भोजपुरी सिने जगत में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहे हैं। जी हाँ, नेपाल फिल्म इंडस्ट्री में अपने अभिनय कौशल से अलग पहचान बनाने के बाद प्रतिभावान नायक परदेशी शाह अब भोजपुरी सिनेमा में मजबूती के साथ कामयाब कदम रख दिये हैं। इनकी पहली भोजपुरी फिल्म - एस पी खरेल के सफल प्रदर्शन से सिनेप्रेमियों के साथ-साथ फिल्म जगत के निर्माताओं व निर्देशकों का भी ध्यान इनकी ओर आकर्षक हुआ। प्रसिद्ध निर्माता - निर्देशक रमाकान्त प्रसाद ने भोजपुरी फिल्म - प्यार किया तो डरना क्या में बतौर हीरो चयन किया। यह फिल्म बिहार में सफल प्रदर्शन के बाद मुंबई में भी प्रदर्शित की गई है। इसके अलावा परदेशी शाह शीघ्र ही भोजपुरी फिल्म दीवाना -2 तथा एस पी खरेल -2 में नज़र आने वाले हैं।
गौरतलब है कि कर्म ही पूजा के सिद्धांत का अनुसरण करने वाले परदेशी शाह मेहनत के बल पर अपने घर वालों और तराई नेपाल का नाम रोशन करना चाहते हैं।
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