बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में अचानक उछाल देखने को मिली है. दैनिक COVID-19 मामलों की संख्या पिछले दिन से सोमवार को लगभग दोगुनी होकर एक महीने में पहली बार 2,000 से अधिक हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केरल में महामारी से हुई मौतों की संख्या में भी उछाल आया है.
बीते कुछ दिनों में बढ़े कोरोना के मामले
याद दिला दें कि पिछले साल देश में अप्रैल माह में ही कोरोना महामारी ने भारी तबाही मचाई थी. अप्रैल में देश वैश्विक COVID संकट के केंद्र में था. लेकिन तब से स्थिति में सुधार हुआ है और हाल ही में मास्क पहनने सहित अधिकांश सावधानियों को हटा दिया गया है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बढ़ी पाबंदियां
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोरोना को लेकर सावधानियां बढ़ा दी गई हैं. भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य (यूपी) के कुछ जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर फिर से मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को कोरोना के 2,183 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, इस दौरान 214 कोरोना मौतें दर्ज की गई हैं. केंद्र सरकार ने बताया कि केरल ने 13 अप्रैल के बाद से कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा नहीं भेजा था. पांच दिनों के गैप के कारण मौतों का आंकड़ा इतना ज्यादा दिख रहा है. आंकड़ो में अचानक आए उछाल को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि रोजाना और सावधानीपूर्वक कोविड का आंकड़ा भेजा जाना बेहद जरूरी है.
अब तक कोरोना से 522,000 लोगों की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना से 522,000 लोगों ने जान गंवाई है. लेकिन कई वैश्विक विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत में कोरोना से हुई मौतों की संख्या 40 लाख से ज्यादा हो सकती है. भारत सरकार इन अनुमानों को बार-बार खारिज करते आ रही है. भारत सरकार का मानना है कि छोटे देशों में मौतों का अनुमान लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गणितीय मॉडल पर भरोसा नहीं किया जा सकता है, क्योंकि भारत की जनसंख्या बहुत ज्यादा है.
कई राज्यों में बढ़े कोरोना के मामले
केरल के अलावा, दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के मामलों में तीन अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है. हालांकि अस्पताल में कम मरीज भर्ती हो रहे हैं. महामारी विज्ञानी चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि लोगों को वायरस के साथ रहना सीखना होगा और अधिकारियों को उन स्कूलों को बंद नहीं करना चाहिए जो हाल ही में खोले गए थे.