Friday, 27 June 2014

मां के दर्द और पुत्र की लड़ाई को बयान करती है 'पंजाब 1984'

मां के दर्द और पुत्र की लड़ाई को बयान करती है 'पंजाब 1984'
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-अजय शास्त्री- 
Email: editorbcr@gmail.com
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बीसीआर (जालंधर) दिलजीत दोसांझ को लेकर अब तक कई हिट फिल्ल्में दे चुके निर्देशक अनुराग सिंह इस बार दर्शकों के लिए एक गंभीर विषय पर फिल्म लेकर आए हैं 'पंजाब 1984'। यह वह भयानक दौर था, जिसने पंजाब में कई परिवारों को बहुत नुक्सान पहुंचाया। 
हाइट हिल प्रोडक्शन और बेसिक ब्रदर्ज प्रोडक्शन की 27 जून को रिलीज होने जा रही फिल्म 'पंजाब 1984' में मुख्य किरदार में दिलजीत दोसांझ और किरण नजर आएंगी। इनके इलावा फिल्म में पवन मल्होत्रा, सोनम बाजवा, अरुण बाली, राणा रणबीर, मानव विज्ज और विश्वास कितनी भी नजर आएंगे। 
जालंधर में पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए फिल्म के नायक दिलजीत दोसांझ ने बताया कि फिल्म की कहानी खुद अनुराग सिंह ने लिखी है। उन्होंने बताया कि यह कहानी एक मां के दर्द और पुत्र की लड़ाई को बयान करती है। फिल्म में सतवंत कौर (किरण खैर) एक ऐसी औरत का किरदार निभा रही हैं, जो अपने उस पुत्र को ढूंढ रही है, जो एक दिन घर से खेतों में काम करने गया परन्तु कभी वापिस नहीं  लौटा। 


निर्देशक अनुराग सिंह और निर्माता गुणबीर सिंह-मनमोरड सिद्धू की इस फिल्म के अब तक 2 गाने ('रंगरूट' और 'चन्नो') रिलीज किए जा चुके हैं। यह दोनों गाने दिलजीत दोसांझ ने गाए हैं, जिनको दर्शकों की तरफ से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। फिल्म को संगीत के साथ सजाया गया है। गुरमीत सिंह, निक्क धंमू, जतिन्दर शाह और गुरमोह ने और गीत लिखे हैं शक्ति बलजीत, राज रणजोध, जगबीर सोही और डा. तजिन्दर हरजीत हैं।

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